प्रयागराज जिला प्रशासन के आदेश को नगर पंचायत के जिम्मेदारों ने मिटवाया
सरकारी जमीन को बेचने का मामला.जिला प्रशासन के आदेश के खिलाफ मऊआइमा नगर पंचायत के अधिकारी.कर्मचारी
मऊआइमा नगर पंचायत के गजिया में भूमाफियाओं ने कीमती सरकारी जमीन को बेच दी.कब्रिस्तान पर बना ली बाउंड्री वॉल
जमीन को बेचकर भूमाफियाओं ने मोटी रकम बना ली,वहीं सामाजिक कार्य के लिए खरीदी गई भूमि अब विवादों में आ गई?
शिकायत मिलने पर अधिकारियों के आदेश पर पहुंची राजस्व टीम,खून पसीने की कमाई से खरीदी गई भूमि पर जब राजस्व कर्मियों ने सरकारी आदेश लिखवाना शुरू किया तब हंगामा मच गया,स्थानीय लोगों ने इसका विरोध भी किया,
स्थानीय लोगों ने राजस्व टीम को देख हंगामा किया,भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा नगर पंचायत अंतर्गत दूसरी सरकारी जमीनों को कब कब्जा मुक्त कराया जाएगा,हंगामा के बाद लेखपाल राजकुमार सागर ने जमीन को चिन्हित कर अतिक्रमण हटाने की बात कही. क्रेता विक्रेता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की भी बात कही |
हंगामा तब और भी बढ़ गया जब राजस्व टीम द्वारा चिन्हित सरकारी संपत्ति पर जिला प्रशासन के आदेश पर राजस्व टीम ने उस भूमि पर राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल हेतु सुरक्षित है लिखवा दिया।
आदेश लिखने के कुछ देर बाद स्थानीय लोगों ने उसे मिटा दिया| थोड़ी देर बाद लेखपाल और उनकी टीम फिर मौके पर पहुंची और पुनः बाउंड्री वॉल पर आदेश को लिखवा दिया।
सरकारी भूमि की बाउंड्री वॉल पर अस्पताल के लिए सुरक्षित है लिखवाना नगर पंचायत के अधिकारियों को पसंद नहीं आया,आरोप है कि नगर पंचायत के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंच कर जिला प्रशासन के आदेश को मिटवा दिया।
लेखपाल संघ जिला अध्यक्ष राजकुमार सागर का कहना है कि अधिकारियों के निर्देश पर ही सरकारी भूमि को अस्पताल के लिए सुरक्षित किया गया,
अधिशासी अधिकारी मऊआइमा प्रदीप कुमार मिश्रा के मुताबिक सरकारी भूमि को बेचने का मामला सामने आया है राजस्व टीम ने भूमि को चिन्हित किया है.
मऊआइमा नगर पंचायत के जमीनी दस्तावेज न होने से खाली पड़ी सरकारी व गैर सरकारी जमीनों पर भूमाफियाओं की नजर बनी रहती है। नगर निकाय चुनाव में भी जमीनी दस्तावेज बनाने का मुद्दा खूब छाया रहा।
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