कृष्ण रुक्मणी विवाह में भक्त हुए भाव विभोर
शेष नारायण यादव
लक्ष्मणपुर,प्रतापगढ़। क्षेत्र के डांडी पूरे झलिहन मे चल रही श्रीमदभागवत कथा मे भगवान श्री कृष्ण रुक्मणी के विवाह का सार गर्भित वर्णन करते हुए आचार्य योगेश जी महाराज ने कहा भगवान श्री कृष्ण का विवाह विश्व का अनोखा विवाह रहा जो हर दांपत्य को एक सीख देता है उन्होने बताया कि पति और पत्नी का रिश्ता अटूट होना चाहिए पति को पत्नी पर और पत्नी को पति पर अटूट विश्वास भी होना चाहिए ऐसा रिश्ता देवताओ के समान हो जाता है इसके अलावा पति कैसा भी उसकी सेवा करनी चाहिए और पति पर भी यही नियम लागू होता है । इस अवसर पर कृष्ण और रुक्मणी के विवाह की झांकी निकाली गई जिसमे कृष्ण बनी आयुषि पांडेय और रुक्मणी बनी सृष्टि त्रिपाठी के अलौकिक स्वरूप को भक्तो ने निहारते हुए आरती की और दर्जनो श्रद्धालुओं ने पांव भी पूजा मंगल गीत भी गाया फूल बरसाये गए पटाखे दागे गए और भक्तों ने खूब नृत्य भी किया ।सांसद संगम लाल गुप्ता के प्रतिनिधि दिनेश गुप्ता, लालगंज के चेयरपर्सन सन्तोष द्विवेदी, पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी के मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश शुक्ल, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष महेश तिवारी, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष ओम प्रकाश त्रिपाठी, अनिल त्रिपाठी, पूर्ब ब्लॉक प्रमुख अवधेश तिवारी, पूर्व प्राचार्य राधेकान्त शुक्ल, शिवम तिवारी, रामराज पांडेय, संजय शुक्ल मौजूद रहे। स्वागत रमेश पांडेय ,राकेश फौजी, ज्ञानेश पांडेय ने किया उपस्थित भक्त को आभार मुख्य यजमान चन्द्र भाल पांडेय ने जताया ।